नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला,
खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला।❤️
Enjoy Every Movement of life!
नज़र में ज़ख़्म-ए-तबस्सुम छुपा छुपा के मिला,
खफा तो था वो मगर मुझ से मुस्कुरा के मिला।❤️
Mujhe nhi aati udti patango si chalakiyan..
Gale mil kar gala kaatu…vo manjha nhi hu mein…!!💯🙌
मुझे नहीं आती है उड़ती पतंगों सी चालाकियाँ..
गले मिलकर गला काटूँ….वो मांझा नहीं हूँ मैं…!!💯🙌