में किस लिए यहाँ इस कदर जूझ रहा हूँ
जिंदगी बता,
में तुझसे कुछ पूछ रहा हूँ
Enjoy Every Movement of life!
में किस लिए यहाँ इस कदर जूझ रहा हूँ
जिंदगी बता,
में तुझसे कुछ पूछ रहा हूँ
Manzil mil hi jaayegi, Bhatakte hue hi sahi,
Gumraah to wo hain, jo ghar se nikle hi nahi✌
मंज़िल मिल ही जाएगी, भटकते हुए ही सही,
गुमराह तो वो लोग हैं, जो घर से निकले ही नही✌
ਤਕਦੀਰ ਉਤੇ ਰੱਬਾ ਸਾਡਾ ਜੋਰ ਕੋਈ ਨਾ
ਤੇਰੇ ਤੋਂ ਵਗੈਰ ਸਾਡਾ ਹੋਰ ਕੋਈ ਨਾ
ਜਿਥੇ ਜਿਥੇ ਸੀਸ ਮੈਂ ਝੁਕਾਵਾਂ ਮਾਲਕਾ
ਉਥੇ ਤੇਰਾ ਹੀ ਦੀਦਾਰ ਬਸ ਪਾਵਾਂ ਮਾਲਕਾ ☝