कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
Jad tasveer dekha ohna di
Vich nazar tusi hi aunde o..!!
Jad vi mein Socha babul nu
Menu tusi yaad a jande o..!!
Har Ada nazar te chehra tuhada
Menu ohdi jhalak dikhlaunda e..!!
Jad chehra tuhada takkdi Haan
Menu babul Chete aunda e..!!
ਜਦ ਤਸਵੀਰ ਦੇਖਾਂ ਉਹਨਾਂ ਦੀ
ਵਿੱਚ ਨਜ਼ਰ ਤੁਸੀ ਹੀ ਆਉਂਦੇ ਓ..!!
ਜਦ ਵੀ ਮੈਂ ਸੋਚਾਂ ਬਾਬੁਲ ਨੂੰ
ਮੈਨੂੰ ਤੁਸੀ ਯਾਦ ਆ ਜਾਂਦੇ ਓ..!!
ਹਰ ਅਦਾ ਨਜ਼ਰ ਤੇ ਚਿਹਰਾ ਤੁਹਾਡਾ
ਮੈਨੂੰ ਉਹਦੀ ਝਲਕ ਦਿਖਲਾਉਂਦਾ ਏ..!!
ਜਦ ਚਿਹਰਾ ਤੁਹਾਡਾ ਤੱਕਦੀ ਹਾਂ
ਮੈਨੂੰ ਬਾਬੁਲ ਚੇਤੇ ਆਉਂਦਾ ਏ..!!
“मरहम लगा, दर्द कम हुआ, निशान फिर भी रह गए..
चुकाया दाम हकीमा को, एहसान फिर भी रह गए..
ये जख्मी दिल जा बैठा, दवा लगाने वाली की गोद में..
कमबख्त शादी की, ना जानवर बने, ना इंसान ही रह गए…।”