
tum ho to zindagi me dard kam hai
bin aapke kaise jionga yaaro
aapki gair-mazoodgi mujhpe jaise sitam hai
jande ni kimat bekar kehnde ne
aashq aashqi ch baraad rehnde ne
jande hoye v laa lainde aa yaari
jis rishte ch apna bnaa marde aa
ohnu hi pyaar kehnde ne
ਜਾਂਣਦੇ ਨੀ ਕਿਮਤ ਬੇਕਾਰ ਕਹਿੰਦੇ ਨੇ
ਆਸ਼ਕ ਆਸ਼ਕੀ ਚ ਬਰਬਾਦ ਰਹਿੰਦੇ ਨੇ
ਜਾਂਣਦੇ ਹੋਏ ਵੀ ਲਾ ਲੈਂਦੇ ਆ ਯਾਰੀ
ਜਿਸ ਰਿਸ਼ਤੇ ਚ ਆਪਣਾਂ ਬਣਾ ਮਾਰਦੇ ਆ
ਓਹਨੂੰ ਹੀ ਪਿਆਰ ਕਹਿੰਦੇ ਨੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
क्या वक्त ये मेरे दरमियां है,
किसी ने बताया नहीं मुझमें क्या कमियां है,
शाम की खुशियों में गम का अंधेरा क्यूं लाएं,
आज दिल की सुनकर बाहर निकला जाए...
कैद कर लिया है खुद को इन बेड़ियों में,
क्या फर्क है अब मुझमें और कैदियों में,
इन अंजान गलियों में आज थोड़ा फिसला जाए,
आज दिल की सुनकर बाहर निकला जाए...