Aap Ki Khatir Agar Hum Loot Bhi Lein Aasmaan,
Kya Milega Chand Chamkeele Se Sheeshe Tod Ke.
आप की खा़तिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ,
क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के।
Aap Ki Khatir Agar Hum Loot Bhi Lein Aasmaan,
Kya Milega Chand Chamkeele Se Sheeshe Tod Ke.
आप की खा़तिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ,
क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के।
गजल (बे बहर)
जाने क्या हो गया है कैसी इम्तिहान की घड़ी है,
एक आशिक पे ये कैसी सजा आन पड़ी है!
आस भी क्या लगाएं अबकी होली पे हम उनसे,
दुनिया की ये खोखली रस्में तलवार लिए खड़ी है!
मैंने देखें हैं गेसुओं के हंसते रुखसार पे लाली
मगर हमारे चेहरे पे फिर आंसुओं की लड़ी है!
दर्द है, हिज्र है,और धुंधली सी तस्वीर का साया भी
तुम महलों में रहते हो तुमको हमारी क्यों पड़ी है !!
कैसे मुकर जाऊं मैं खुद से किए वादों से अभी,
अब मेरे हाथों में ज़िम्मेदारियों की हथकड़ी है!
तुमको को प्यार है दौलत ए जहां से अच्छा है,
मगर इस जहान में मेरे लिए मां सबसे बड़ी है !!
Howe khushbu mehki preetan di
Sunakhi hawawan di chaal howe..!!
“Roop” ishq kariye esa rabb varga
Marna jina bs ikk de naal howe..!!
ਹੋਵੇ ਖੁਸ਼ਬੂ ਮਹਿਕੀ ਪ੍ਰੀਤਾਂ ਦੀ
ਸੁਨੱਖੀ ਹਵਾਵਾਂ ਦੀ ਚਾਲ ਹੋਵੇ..!!
“ਰੂਪ” ਇਸ਼ਕ ਕਰੀਏ ਐਸਾ ਰੱਬ ਵਰਗਾ
ਮਰਨਾ ਜਿਓਣਾ ਬਸ ਇੱਕ ਦੇ ਨਾਲ ਹੋਵੇ..!!