Ik saanjh puraani
reejh puraani
dil ch vasauna tainu
asin soorman bnaa
dabbi vich pa
akh ch parauna tenu
ਇੱਕ ਸਾਂਝ ਪੁਰਾਣੀ,
ਰੀਜ ਨਿਮਾਣੀ,
ਦਿਲ ਚ ਵਸੋਣਾ ਤੈਨੂੰ,
ਅਸੀ ਸੁਰਮਾਂ ਬਣਾ,
ਡੱਬੀ ਵਿੱਚ ਪਾ,
ਅੱਖ ਚ ਪਰੋਣਾ ਤੈਨੂੰ
Ik saanjh puraani
reejh puraani
dil ch vasauna tainu
asin soorman bnaa
dabbi vich pa
akh ch parauna tenu
ਇੱਕ ਸਾਂਝ ਪੁਰਾਣੀ,
ਰੀਜ ਨਿਮਾਣੀ,
ਦਿਲ ਚ ਵਸੋਣਾ ਤੈਨੂੰ,
ਅਸੀ ਸੁਰਮਾਂ ਬਣਾ,
ਡੱਬੀ ਵਿੱਚ ਪਾ,
ਅੱਖ ਚ ਪਰੋਣਾ ਤੈਨੂੰ
jaate jaate usane palatakar itana hee kaha mujhase,
meri bewafai se hi mar jaoge ya maar ke jaoon..
जाते जाते उसने पलटकर इतना ही कहा मुझसे,
मेरी बेवफाई से ही मर जाओगे या मार के जाऊँ..
हिम्मत भी है ताकत भी ओर हौसला भी
उनकी खुशी के लिए सब कुछ कर जाऊंगा
देखेगी दुनिया भी इस अंजान चेहरे को
जब बाहों में समेटकर में चांद लेकर आऊंगा
मेरी मां के चेहरे पर मुस्कुराहट होगी
और हाथो मेरे लिए में नूर होगा
हवाओं में भी खुशबू होगी और
पापा की नज़रों में गुरूर होगा
सुरूर होगा जब दुनिया अपनी सी लगेगी
जब दुनिया को मेरा भी शउर होगा
अपनी नज़रों में तालाब की आवाम भर लाऊंगा
हर शाम में लौट कर जब घर आऊंगा
हाथों में रोटी पकड़कर कहेगी, बेटा खा ले
मैं मुस्कुराकर दो निवाले उसे भी खिलाऊंगा
खैर, निकल पड़ा हूं अभी मंज़िल ढूंढने खुद ही
इंतेज़ार उस वक्त का है जब मै चांद समेट लाऊंगा...