बड़ा खुदगर्ज इश्क था तुम्हारा
खुद में ही सिमट कर रह गया
रोया मैं भी तेरे बाद बोहोत
फिर चुप चाप कही बैठ गया
और दिल हल्का हुआ तेरे बारे में बोलकर
जब एक दिन में यारो की महफिल में बैठ गया
बड़ा खुदगर्ज इश्क था तुम्हारा
खुद में ही सिमट कर रह गया
रोया मैं भी तेरे बाद बोहोत
फिर चुप चाप कही बैठ गया
और दिल हल्का हुआ तेरे बारे में बोलकर
जब एक दिन में यारो की महफिल में बैठ गया
Gile karne shadd de mana
Tu ohnu sahi nahi kehna
Te ohne khud nu galat..!!
ਗਿਲੇ ਕਰਨੇ ਛੱਡ ਦੇ ਮਨਾਂ
ਤੂੰ ਉਹਨੂੰ ਸਹੀ ਨਹੀਂ ਕਹਿਣਾ
ਤੇ ਉਹਨੇ ਖੁਦ ਨੂੰ ਗ਼ਲਤ..!!
vo jaan gaya hamen dard mein bhee muskuraane kee aadat hai,
isalie vo roz naya duhkh deta hai meree khushee ke lie.
वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है,
इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए.