Kujh taan hai jo sanu tere vall khich ke rakhda e
Nahi taan bhut vaar chaheya e
Ke tethon door chle jayiye..!!
ਕੁਝ ਤਾਂ ਹੈ ਜੋ ਸਾਨੂੰ ਤੇਰੇ ਵੱਲ ਖਿੱਚ ਕੇ ਰੱਖਦਾ ਏ
ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਬਹੁਤ ਵਾਰ ਚਾਹਿਆ ਏ
ਕਿ ਤੈਥੋਂ ਦੂਰ ਚਲੇ ਜਾਈਏ..!!
Kujh taan hai jo sanu tere vall khich ke rakhda e
Nahi taan bhut vaar chaheya e
Ke tethon door chle jayiye..!!
ਕੁਝ ਤਾਂ ਹੈ ਜੋ ਸਾਨੂੰ ਤੇਰੇ ਵੱਲ ਖਿੱਚ ਕੇ ਰੱਖਦਾ ਏ
ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਬਹੁਤ ਵਾਰ ਚਾਹਿਆ ਏ
ਕਿ ਤੈਥੋਂ ਦੂਰ ਚਲੇ ਜਾਈਏ..!!
जो तुम आ जाते एक बार कितनी करूणा कितने संदेश पथ में बिछ जाते बन पराग गाता प्राणों का तार तार अनुराग भरा उन्माद राग आँसू लेते वे पथ पखार जो तुम आ जाते एक बार हँस उठते पल में आर्द्र नयन धुल जाता होठों से विषाद छा जाता जीवन में बसंत लुट जाता चिर संचित विराग आँखें देतीं सर्वस्व वार जो तुम आ जाते एक बार
हो विष्णु तुम धरा के,
हल सुदर्शन तुम्हारा !!
बिना शेष-शैया के ही,
होता दर्शन तुम्हारा !!
पत्थर को पूजने वाले,
क्या समझेंगे मोल तेरा !!
माँ भारती के ज्येष्ठ सुत,
तुमको नमन हमारा !!!
तरुण चौधरी