चाहत के सिलसिले हुए ना कम,
मिलते रहे फेश टू फेश,
सपने में भी मिलना ना हुआ कम।
Enjoy Every Movement of life!
चाहत के सिलसिले हुए ना कम,
मिलते रहे फेश टू फेश,
सपने में भी मिलना ना हुआ कम।
Hum samandar hain humein khamosh rehne do
Zra machal gye to shehar le doobenge 🫠
हम समंदर है हमें खामोश रहने दो
जरा मचल गए तो शहर ले डूबेंगे🫠