
ajh v je rove tu mai hsa ke tenu jaunga
paave bhula de saanu tu bure sapne de wang
paave bhula de sanu tu bure sapne de wang
par vekhi akhaa meech ke mera chehra cheta auga

ये किसने जेल में लाया खाना हाय अल्लाह,
मुजरिम का भी है कोई दीवाना हाय अल्लाह।
ये मज्मा भी मेरे रोने पे बजाता है ताली,
किसको सुनाएं अपना अफ़साना हाय अल्लाह।
अब क्या कि जुर्म किसने की है क़ुसुर है किसका,
अब तो लगा है मुझपर जुर्माना हाय अल्लाह।
मेरी नज़र क्या उस पे है सबकी नज़र मुझ पे है,
पूरा शहर है उसका दीवाना हाय अल्लाह।
वो मुझसे मिलता है रोज़ाना मगर नतीजा ये,
देखो तो लगता है वो बेगाना हाय अल्लाह।
जब भी किसी ने पूछा है धोखा कब मिला फिर तो,
बचपन का याद आए याराना हाय अल्लाह।
शिकवा नहीं है उससे बस दुख ‘अमीम’ इतना है,
क्यों मेरा लौट आया नज़राना हाय अल्लाह
किसी के पास सब कुछ हो,
तो जलती है दुनियाँ,
किसी के पास कुछ ना हो,
तो हँसती है दुनियाँ,
लेकिन मेरे पास तो मेरे माँ-बाप है,
जिसके लिए तरसती है दुनियाँ!
Kisi ke paas sab kuchh ho,
to jalti hai duniyan,
kisi ke paas kuchh na ho,
to hansti hai duniyan,
lekin mere paas to mere maa-baap hai,
jisake lie tarsti hai duniyan!