Dila haar te sahi aapa vaar te sahi
ethe haareyaan di uchi shaan howe
ਦਿਲਾ ਹਾਰ ਤੇ ਸਹੀ ਆਪਾ ਵਾਰ ਤੇ ਸਹੀ
ਏਥੇ ਹਾਰਿਆਂ ਦੀ ਉੱਚੀ ਸ਼ਾਨ ਹੋਵੇ
Dila haar te sahi aapa vaar te sahi
ethe haareyaan di uchi shaan howe
ਦਿਲਾ ਹਾਰ ਤੇ ਸਹੀ ਆਪਾ ਵਾਰ ਤੇ ਸਹੀ
ਏਥੇ ਹਾਰਿਆਂ ਦੀ ਉੱਚੀ ਸ਼ਾਨ ਹੋਵੇ
तू क्यूं उसे इस क़दर तांक रहा है,
हां वही फकीर, जो वहां नाच रहा है…
मुस्कुरा रहा है तू उसकी फटी कमीज़ देखकर,
देख, वो भी हंस रहा है तेरी तमीज़ देखकर…
सोच मत, के उसकी किस्मत तुझसे हारी है,
उसकी खाली जेब तेरे पैसों से ज्यादा भारी है…
वो तो हर घर दुआएं बांटता है,
जैसे हर दर खुदाए बांटता है…
मखमल का बिछौना तुझे रास नहीं आता,
देख, वो घास में सोने से बाज़ नहीं आता…
छुपाता है तू असलियत झूठी मुस्कान के पीछे,
कितना सुकून है उसकी हर मुस्कान के पीछे…
ਇੱਕ ਹੀਰੇ ਨੂੰ ਪਿਘਲਾਉਣ ਲਈ
ਸਾਰੇ ਕੱਚ ਦੇ ਟੁਕੜੇ… ਧੁੱਪੇ ਸੜ ਰਹੇ ਆ… ਬਸ
ਇਹਨਾਂ ਕਰਕੇ ਹੀ ਮੇਰੀ ਚਮਕ ਵੱਧ ਰਹੀ ਆ…..
ik heere nu piglaun lai
saare kach de dukdhe… dhupe sadh rahe aa.. bas
ehnaa karke hi meri chamak wadh rahi aa