दो चार दिन का इश्क़ हम नहीं किया करते,
गाँव का आशिक हूँ यूही किसी से प्यार किया नहीं करते…💯🥀
दो चार दिन का इश्क़ हम नहीं किया करते,
गाँव का आशिक हूँ यूही किसी से प्यार किया नहीं करते…💯🥀
Koi nishani nahi teri
ik dil te deyi satt nu chhad ke
kol mere taa bechain si
chain mileyaa hona tainu mainu chadd ke
ਕੋਈ ਨਿਸ਼ਾਨੀ ਨਹੀਂ ਤੇਰੀ
ਇੱਕ ਦਿਲ ਤੇ ਦੇਈਂ ਸੱਟ ਨੂੰ ਛੱਡ ਕੇ
ਕੋਲ਼ ਮੇਰੇ ਤਾਂ ਬੇਚੈਨ ਸੀ
ਚੈਨ ਮਿਲਿਆਂ ਹੋਣਾ ਤੈਨੂੰ ਮੇਨੂੰ ਛੱਡ ਕੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
“थोड़ा थक सा जाता हूं अब मै…
इसलिए, दूर निकलना छोड़ दिया है,
पर ऐसा भी नही हैं कि अब…
मैंने चलना ही छोड़ दिया है।
फासलें अक्सर रिश्तों में…
अजीब सी दूरियां बढ़ा देते हैं,
पर ऐसा भी नही हैं कि अब मैंने..
अपनों से मिलना ही छोड़ दिया है।
हाँ जरा सा अकेला महसूस करता हूँ…
खुद को अपनों की ही भीड़ में,
पर ऐसा भी नहीं है कि अब मैंने…
अपनापन ही छोड़ दिया है।
याद तो करता हूँ मैं सभी को… और परवाह भी करता हूँ सब की, पर कितनी करता हूँ… बस, बताना छोड़ दिया है।।”