Hajaron khamiyan hai mujhme
Aur mujhe malum bhi hai….
Par ek saksh hai
Nasamajh,
Mujhe behtareen kehta hai…!!❤️
हजारों खामियां है मुझ में ,
और मुझे मालूम भी हैं ….!
पर एक शख्स है
नासमज,
मुझे बेहतरीन कहता है….!❤️
Hajaron khamiyan hai mujhme
Aur mujhe malum bhi hai….
Par ek saksh hai
Nasamajh,
Mujhe behtareen kehta hai…!!❤️
हजारों खामियां है मुझ में ,
और मुझे मालूम भी हैं ….!
पर एक शख्स है
नासमज,
मुझे बेहतरीन कहता है….!❤️
Matlab de rishteya naalo
Hun taan dooriyan hi changiya ne…
ਮਤਲਬ ਦੇ ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਨਾਲੋਂ
ਹੁਣ ਤਾਂ ਦੂਰਿਆ ਹੀ ਚੰਗੀਆਂ ਨੇ….
gumnaam ✍️✍️
एक बार ही जी भर क सज़ा क्यो नही देते?
में हरफ़-ए-ग़लत हूँ तो मिटा क्यो नही देते?
मोती हूँ तो दामन में पिरो लो मुझे अपने,
आँसू हूँ तो पलकों से गिरा क्यूँ नही देते?
साया हूँ तो साथ ना रखने की वजह क्या?
पत्थर हूँ तो रास्ते से हटा क्यूँ नही देते?