एक उमीद सी बाकी है अब भी, कि शाइद तुम लोट आओगे॥
कि तुम फिर से मुझे आकर सीने से लगाओ गे,
लेकर मेरे आँसू ,मुझे हँसना सिखाओगे,
कि शाइद तुम फिरसे ,मुझे अपना बनालोगे॥
कि शाइद तुम लोट आओगे,
एक उमीद सी बाकी है अब भी ,शाइद तुम लोट आओगे॥❣️
एक उमीद सी बाकी है अब भी, कि शाइद तुम लोट आओगे॥
कि तुम फिर से मुझे आकर सीने से लगाओ गे,
लेकर मेरे आँसू ,मुझे हँसना सिखाओगे,
कि शाइद तुम फिरसे ,मुझे अपना बनालोगे॥
कि शाइद तुम लोट आओगे,
एक उमीद सी बाकी है अब भी ,शाइद तुम लोट आओगे॥❣️
खूबसूरत तो हर लम्हा है,
शायद देखने की नज़ाकत नहीं है...
अकेले चलने की हिम्मत तो है,
शायद साथ छोड़ने की आदत नहीं है...
शर्त है मै सिर्फ मयखाने तक जाऊंगा
आगे का रास्ता तुम तय कर लेना...
ताल्लुक़ मेरा पुराना है इन गलियों से,
शायद छूटा पैमाना पकड़ने की आदत नहीं है...
tere pind nu jande raawa de puchh lai parchhaweyaa ton
tu ajh v chete ae bhuli ni joban nu
tere haase taa bhul sakda hanju nahi bhulne
ਤੇਰੇ ਪਿੰਡ ਨੂੰ ਜਾਂਦੇ ਰਾਵਾਂ ਦੇ ਪੁੱਛ ਲੲੀ ਪਰਛਾਵਿਆਂ ਤੋਂ
ਤੂੰ ਅੱਜ ਵੀ ਚੇਤੇ ਐ ਭੁੱਲੀ ਨੀ ‘ਜੋਬਨ’ ਨੂੰ
ਤੇਰੇ ਹਾਸੇ ਤਾਂ ਭੁੱਲ ਸਕਦਾ ਹੰਝੂ ਨੲੀ ਭੁੱਲਣੇ