Don’t bend; don’t water it down; don’t try to make it logical; don’t edit your own soul according to the fashion. Rather, follow your most intense obsessions mercilessly
Franz Kafka
Don’t bend; don’t water it down; don’t try to make it logical; don’t edit your own soul according to the fashion. Rather, follow your most intense obsessions mercilessly
Franz Kafka
हिम्मत भी है ताकत भी ओर हौसला भी
उनकी खुशी के लिए सब कुछ कर जाऊंगा
देखेगी दुनिया भी इस अंजान चेहरे को
जब बाहों में समेटकर में चांद लेकर आऊंगा
मेरी मां के चेहरे पर मुस्कुराहट होगी
और हाथो मेरे लिए में नूर होगा
हवाओं में भी खुशबू होगी और
पापा की नज़रों में गुरूर होगा
सुरूर होगा जब दुनिया अपनी सी लगेगी
जब दुनिया को मेरा भी शउर होगा
अपनी नज़रों में तालाब की आवाम भर लाऊंगा
हर शाम में लौट कर जब घर आऊंगा
हाथों में रोटी पकड़कर कहेगी, बेटा खा ले
मैं मुस्कुराकर दो निवाले उसे भी खिलाऊंगा
खैर, निकल पड़ा हूं अभी मंज़िल ढूंढने खुद ही
इंतेज़ार उस वक्त का है जब मै चांद समेट लाऊंगा...
ਮੈਂ ਸ਼ਾਹ ਮੇਰੇ ਤੇਰੇ ਨਾਂ ਜੇ ਲਿਖ ਦੇਆਂ
ਤੈਨੂੰ ਕ਼ਦਰ ਓਹਦੋਂ ਬਾਅਦ ਵੀ ਹੋਣੀਂ ਨੀਂ
ਮੈਂ ਵੱਖ ਤੇਰੇ ਤੋਂ ਮੈਂ ਸਿੱਖੀ ਏਂ ਵਫ਼ਾ ਮੁਹੱਬਤ ਵਿੱਚ
ਤੂੰ ਖਾਵੇਂ ਕਸਮਾਂ ਤੇਥੋਂ ਵਫ਼ਾ ਤਾਵੀ ਹੋਣੀਂ ਨੀਂ
ਹਰ ਇੱਕ ਸ਼ਾਹ ਤੇ ਲਿਆਂ ਨਾਂ ਤੇਰਾ ਮੈਂ
ਛੱਡ ਦਉ ਕਲ਼ਮ ਓਹਦੋਂ ਸ਼ਾਇਰੀ ਵਿੱਚ ਜੇ ਲਉ ਨਾਂ ਤੇਰਾ ਮੈਂ