Khamosh chehra nam akhan te betab dil
Gawah ne sachii mohobbat de..!!
ਖਾਮੋਸ਼ ਚਿਹਰਾ ਨਮ ਅੱਖਾਂ ਤੇ ਬੇਤਾਬ ਦਿਲ
ਗਵਾਹ ਨੇ ਸੱਚੀ ਮੋਹੁੱਬਤ ਦੇ..!!
Khamosh chehra nam akhan te betab dil
Gawah ne sachii mohobbat de..!!
ਖਾਮੋਸ਼ ਚਿਹਰਾ ਨਮ ਅੱਖਾਂ ਤੇ ਬੇਤਾਬ ਦਿਲ
ਗਵਾਹ ਨੇ ਸੱਚੀ ਮੋਹੁੱਬਤ ਦੇ..!!
वफ़ा के शीश महल में सजा लिया मैनें ,
वो एक दिल जिसे पत्थर बना लिया मैनें,
ये सोच कर कि न हो ताक में ख़ुशी कोई ,
ग़मों कि ओट में ख़ुद को छुपा लिया मैनें,
कभी न ख़त्म किया मैं ने रोशनी का मुहाज़ ,
अगर चिराग़ बुझा, दिल जला लिया मैनें,
कमाल ये है कि जो दुश्मन पे चलाना था ,
वो तीर अपने कलेजे पे खा लिया मैनें |
