हाल न पूछो हमारा..
बस मेरे लिखे खत को महसूस करो
दर्द भी तड़पती है कागज़ पर
मुझे कोई इस आग से महफूज करो
हाल न पूछो हमारा..
बस मेरे लिखे खत को महसूस करो
दर्द भी तड़पती है कागज़ पर
मुझे कोई इस आग से महफूज करो
Fadiyan kitaba c ajj ishq diyan
Mehki khushboo dhage banneya te..!!
Mileya soohe akhran ch kidre menu
Likheya naam tera Jo panneya te..!!
ਫੜੀਆਂ ਕਿਤਾਬਾਂ ਸੀ ਅੱਜ ਇਸ਼ਕ ਦੀਆਂ
ਮਹਿਕੀ ਖੁਸ਼ਬੂ ਧਾਗੇ ਬੰਨਿਆ ‘ਤੇ..!!
ਮਿਲਿਆ ਸੂਹੇ ਅੱਖਰਾਂ ‘ਚ ਕਿੱਧਰੇ ਮੈਨੂੰ
ਲਿਖਿਆ ਨਾਮ ਤੇਰਾ ਜੋ ਪੰਨਿਆਂ ‘ਤੇ..!!
माना तुम्हे हर बार देखता हूं,
हर बार पहली बार देखता हूं,
देखता हूं तुम्हे जब जुल्फें संवरती हो तुम,
उन जुल्फों को आइना बनके हर बार देखता हूं,
आंखो में रातें और सुर्खी में ग़ुलाब जैसे,
मेरे हाथ खाली जाम तुम्हारे होंठो में शराब जैसे,
जैसे हर बार तुम्हारा वो ख़्वाब देखता हूं,
तुम्हारे हाथों में मेरा दिया वो ग़ुलाब देखता हूं,
वक्त हो तो आना कभी इक हसरत बाकी है,
तुम्हे हर बार की तरह पहली बार देखना बाकी है...