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Hindi shayari collection || two line shayari

आदमी कैसे है, चेहरा देख के पता लगता।

बातें सुन के लगता है मैं सही तालाब का पानी पीता।

बातें करके, बातें सुन के, समय बर्बाद मत करो।

काम पे लगे रहो, ज़िंदगी में कुछ करो।

रोटी आग में फूल जाते है। 

ज़िंदगी  रोटी की तरह- प्रेरणा उसमें प्राण भरते है।

सुविधा अगर एक बार मिल गए, तो ज़िंदगी भर उसे पाने के लिए दौड़ेगा इंसान।

वह एक ऐसा चीज है, जो मेहनती को बनाता है अकर्मण्य और ईमानदार को बेईमान।

सुविधा मृत्यु से भी भयानक।

एक बार मिल जाये, तो समझलो आपके प्रतिभा को खा जायेगा कोई घातक।

आग बुझ जाती है, लेकिन प्यार कभी नहीं।

वायरस भी प्यार की तरह, डेल्टा या ओमिक्रोण, मौजूद सही। 

हमेशा मुख बंद रखो, युद्ध नहीं होगा।

यह सच्चाई फिर से कोविड ने सिखाया।

Title: Hindi shayari collection || two line shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


प्यार || pyar || hindi poetry

“सोचता हूँ, के कमी रह गई शायद कुछ या
जितना था वो काफी ना था,
नहीं समझ पाया तो समझा दिया होता
या जितना समझ पाया वो काफी ना था,
शिकायत थी तुम्हारी के तुम जताते नहीं
प्यार है तो कभी जमाने को बताते क्यों नहीं,
अरे मुह्हबत की क्या मैं नुमाईश करता
मेरे आँखों में जितना तुम्हें नजर आया,
क्या वो काफी नहीं था I
सोचता हूँ के क्या कमी रह गई,
क्या जितना था वो काफी नहीं था  

“सोचता हूँ कभी पन्नों पर उतार लूँ उन्हें I
उनके मुँह से निकले सारे अल्फाजों को याद कर लूँ कभी I
ऐसी क्या मज़बूरी होगी उनकी की हम याद नहीं आते I
सोचता हूँ तोहफा भेज कर अपनी याद दिला दूँ कभी I
सोचता हूँ कभी पन्नों पर उतार लूँ उन्हें I

Title: प्यार || pyar || hindi poetry


Ishq || mohobat punjabi shayari

ਮੁਹੱਬਤ ਸਿਰਫ ਮਹਿਬੂਬ ਲਈ ਨਹੀਂ ਬਣੀ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਇਹ ਖੁਦ ਨੂੰ
ਮਹੋਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੋਈਏ ਜੁਦਾ ਨੂੰ ਵੀ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਆਕਾਸ਼ ਨੂੰ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਰਾਹ ਨੂੰ ਵੀ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਇਕ ਮਾਂ ਨੂੰ
ਤੇ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਬਾਪ ਦੇ ਹਰ ਇਕ ਸਾਹ ਨੂੰ ਵੀ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਇਕ ਬੇਈਮਾਨ ਨੂੰ
ਮੁਹੱਬਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਵੇਚੇ ਹੋਈਏ ਇਮਾਨ ਨੂੰ ਵੀ

ਇੰਦਰ

Title: Ishq || mohobat punjabi shayari