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Honsla ta bthera Lachaar panchhi || Punjabi shayari pic

shayari punjabi udaan || Me us bebas te lachaar panchhi di
tarah mehsoos kar rahi haa jihde
ch honslaa taa bathera aa uchhi ton uchhi
udaan bharan da par ohde
parh katte hoye aa
Me us bebas te lachaar panchhi di
tarah mehsoos kar rahi haa jihde
ch honslaa taa bathera aa uchhi ton uchhi
udaan bharan da par ohde
parh katte hoye aa

Title: Honsla ta bthera Lachaar panchhi || Punjabi shayari pic

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Badshah ki paheli || akbar birbal

बादशाह अकबर को पहेली सुनाने और सुनने का काफी शौक था। कहने का मतलब यह कि पक्के पहेलीबाज थे। वे दूसरो से पहेली सुनते और समय-समय पर अपनी पहेली भी लोगो को सुनाया करते थे। एक दिन अकबर ने बीरबल को एक नई पहेली सुनायी, “ऊपर ढक्कन नीचे ढक्कन, मध्य-मध्य खरबूजा। मौं छुरी से काटे आपहिं, अर्थ तासु नाहिं दूजा।”

बीरबल ने ऐसी पहेली कभी नहीं सुनी थी। इसलिए वह चकरा गया। उस पहेली का अर्थ उसकी समझ में नहीं आ रहा था। अत प्रार्थना करते हुए बादशाह से बोला, “जहांपनाह! अगर मुझे कुछ दिनों की मोहलत दी जाये तो मैं इसका अर्थ अच्छी तरह समझकर आपको बता सकूँगा।” बादशाह ने उसका प्रस्ताव मंजूर कर लिया।

बीरबल अर्थ समझने के लिए वहां से चल पड़ा। वह एक गाँव में पहुँचा। एक तो गर्मी के दिन, दूसरे रास्ते की थकन से परेशान व विवश होकर वह एक घर में घुस गया। घर के भीतर एक लड़की भोजन बना रही थी।

बेटी! क्या कर रही हो?” उसने पूछा। लडकी ने उत्तर दिया, “आप देख नहीं रहे हैं। मैं बेटी को पकाती और माँ को जलाती हूँ।”

अच्छा, दो का हाल तो तुमने बता दिया, तीसरा तेरा बापू क्या कर रहा है और कहाँ है?” बीरबल ने पूछा।

“वह मिट्टी में मिट्टी मिला रहे हैं।” लडकी ने जवाब दिया। इस जवाब को सुनकर बीरबल ने फिर पूछा, “तेरी माँ क्या कर रही है?” एक को दो कर रही है।” लडकी ने कहा।

बीरबल को लडकी से ऐसी आशा नहीं थी। परन्तु वह ऐसी पण्डित निकली कि उसके उत्तर से वह एकदम आश्चर्यचकित रह गया। इसी बीच उसके माता-पिता भी आ पहुँचे। बीरबल ने उनसे सारा समाचार कह सुनाया। लडकी का पिता बोला, मेरी लड़की ने आपको ठीक उत्तर दिया है। अरहर की दाल अरहर की सूखी लकड़ी से पक रही है। मैं अपनी बिरादरी का एक मुर्दा जलाने गया था और मेरी पत्नी पडोस में मसूर की दाल दल रही थी।” बीरबल लडकी की पहेली-भरी बातों से बड़ा खुश हुआ। उसने सोचा, शायद यहां बादशाह की पहेली का भेद खुल जाये, इसलिए लडकी के पिता से उपरोक्त पहेली का अर्थ पूछा।

यह तो बड़ी ही सरल पहेली है। इसका अर्थ मैं आपको बतलाता हूँ – धरती और आकाश दो ढक्कन हैं। उनके अन्दर निवास करने वाला मनुष्य खरबूजा है। वह उसी प्रकार मृत्यु आने पर मर जाता है, जैसे गर्मी से मोम पिघल जाती है।” उस किसान ने कहा। बीरबल उसकी ऐसी बुध्दिमानी देखकर बड़ा प्रसन्न हुआ और उसे पुरस्कार देकर दिल्ली के लिए प्रस्थान किया। वहाँ पहुँचकर बीरबल ने सभी के सामने बादशाह की पहेली का अर्थ बताया। बादशाह ने प्रसन्न होकर बीरबल को ढेर सारे इनाम दिये।

Title: Badshah ki paheli || akbar birbal


Pyar bathera karda e || Punjabi poetry

Gall sun lai sohneya sajjna ve
Koi hai jo tere te marda e
Anjan tu ohdi chahat ton
Tenu pyar bathera karda e
Thoda dubb tan sahi ohdi nazran ch
Kade rul taan sahi ohdi kadran ch
Tere utton dil jo harda e
Tere layi hi jionda marda e
Ohnu dekh kade aase paase ve
Ban hnju ban ohde haase ve
Tere gama nu khush ho jo jarda e
Tenu khohan ton bahla darda e
Kade mil taan sahi ohnu ikalleyan nu
Ghatt karde dard awalleyan nu
Tere layi jo hauke bharda e
Tenu pyar bathera karda e..!!

ਗੱਲ ਸੁਣ ਲੈ ਸੋਹਣਿਆ ਸੱਜਣਾ ਵੇ
ਕੋਈ ਹੈ ਜੋ ਤੇਰੇ ‘ਤੇ ਮਰਦਾ ਏ
ਅਣਜਾਣ ਤੂੰ ਉਹਦੀ ਚਾਹਤ ਤੋਂ
ਤੈਨੂੰ ਪਿਆਰ ਬਥੇਰਾ ਕਰਦਾ ਏ
ਥੋੜਾ ਡੁੱਬ ਤਾਂ ਸਹੀ ਉਹਦੀ ਨਜ਼ਰਾਂ ‘ਚ
ਕਦੇ ਰੁਲ ਤਾਂ ਸਹੀ ਉਹਦੀ ਕਦਰਾਂ ‘ਚ
ਤੇਰੇ ਉੱਤੋਂ ਦਿਲ ਜੋ ਹਰਦਾ ਏ
ਤੇਰੇ ਲਈ ਹੀ ਜਿਉਂਦਾ ਮਰਦਾ ਏ
ਉਹਨੂੰ ਦੇਖ ਕਦੇ ਆਸੇ-ਪਾਸੇ ਵੇ
ਬਣ ਹੰਝੂ ਬਣ ਉਹਦੇ ਹਾਸੇ ਵੇ
ਤੇਰੇ ਗਮਾਂ ਨੂੰ ਖੁਸ਼ ਹੋ ਜੋ ਜਰਦਾ ਏ
ਤੈਨੂੰ ਖੋਹਣ ਤੋਂ ਬਾਹਲਾ ਡਰਦਾ ਏ
ਕਦੇ ਮਿਲ ਤਾਂ ਸਹੀ ਉਹਨੂੰ ਇਕੱਲਿਆਂ ਨੂੰ
ਘੱਟ ਕਰਦੇ ਦਰਦ ਅਵੱਲਿਆਂ ਨੂੰ
ਤੇਰੇ ਲਈ ਜੋ ਹੌਕੇ ਭਰਦਾ ਏ
ਤੈਨੂੰ ਪਿਆਰ ਬਥੇਰਾ ਕਰਦਾ ਏ..!!

Title: Pyar bathera karda e || Punjabi poetry