Ahle sarwat ne bigada hai zmane ka chalan
Hum fakiro ne zmane ko mohobbat di hai..
अहले सरवत ने बिगाड़ा है ज़माने का चलन
हम फ़क़ीरों ने ज़माने को मुहब्बत दी है।
Ahle sarwat ne bigada hai zmane ka chalan
Hum fakiro ne zmane ko mohobbat di hai..
अहले सरवत ने बिगाड़ा है ज़माने का चलन
हम फ़क़ीरों ने ज़माने को मुहब्बत दी है।
खो गई थी धड़कनें जो कहीं
वो वापस ले आया हूं मैं,
थोड़ी ठीक है थोड़ी ज़ख्मी हैं
फिर भी वापस ले आया हूं मैं,
क्या बातें थी याद करो तो दिल बैठ गया,
कदम लड़खड़ाते रहे, वो पल याद आते रहे,
आज बहकते बहकते ही सही,
खुद को वापस ले आया हूं मैं,
हाथ ज़ख्मों पर हैं,
और ज़ख्म धड़कनों पर,
बाजी पलटती रही,
हम धड़कनें लगाते रहे ज़ख्मों पर,
थोड़ी देर और सही,
आज शाम नहीं कल की सवेर सही,
घर तो लौट आया हूं मैं,
देखो खुदको वापस ले आया हूं मैं.....
Tu mann ja na mann
Par tu jad vi naraaz howe na..
Taan meri haalat bimaran jehi ho jandi e😔..!!
ਤੂੰ ਮੰਨ ਜਾਂ ਨਾ ਮੰਨ
ਪਰ ਤੂੰ ਜਦ ਵੀ ਨਾਰਾਜ਼ ਹੋਵੇਂ ਨਾ..
ਤਾਂ ਮੇਰੀ ਹਾਲਤ ਬਿਮਾਰਾਂ ਜਿਹੀ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਏ😔..!!