इक इश्तहार छपा है अखबार में,
खुली सांसे भी बिकने लगी बाज़ार में,
रूह भी निचोड़ ली उसकी,
काट दी ज़बान बेगुनाह की,
मसला कुछ ज़रूरी नहीं,
बस थोड़ी बहस चलती है सरकार में...
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इक इश्तहार छपा है अखबार में,
खुली सांसे भी बिकने लगी बाज़ार में,
रूह भी निचोड़ ली उसकी,
काट दी ज़बान बेगुनाह की,
मसला कुछ ज़रूरी नहीं,
बस थोड़ी बहस चलती है सरकार में...
Ajehi khoobsoorti da ki faida jehrri ik roop nu sajai jaawe
Faida taan us man di khoobsoorti da hai jehrri aapne vichaara naal har ik nu aapna banai jaawe
ਅਜਿਹੀ ਖੁਬਸੂਰਤੀ ਦਾ ਕੀ ਫਾਇਦਾ ਜਿਹੜੀ ਇੱਕ ਰੂਪ ਨੂੰ ਸਜਾਈ ਜਾਵੇ,
ਫਾਇਦਾ ਤਾਂ ਉਸ ਮਨ ਦੀ ਖੂਬਸੁਰਤੀ ਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜੀ ਆਪਣੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਨਾਲ ਹਰ ਇੱਕ ਨੂੰ ਆਪਣਾ ਬਣਾਈ ਜਾਵੇ