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Ik ishthaar chhaapa hai akhbaar me || life shayari

इक इश्तहार छपा है अखबार में,
खुली सांसे भी बिकने लगी बाज़ार में,
रूह भी निचोड़ ली उसकी,
काट दी ज़बान बेगुनाह की,
मसला कुछ ज़रूरी नहीं,
बस थोड़ी बहस चलती है सरकार में...

Title: Ik ishthaar chhaapa hai akhbaar me || life shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Ek jheel mii hai || hindi kavita

इक झील मिली है, एक झरने के बाद

बस कुछ ही दूर घर से,गुज़रने के बाद

ये समझा रहे हैं, की खतरा है मुझको

वो भी आधे से ज़्यादा, उतरने के बाद

फिर सूखी आंख लेकर,लौट आया मैं

अपने वही पे सारे आंसू,धरने के बाद

मेरे चार दर्द भी, ना संभाले गए उससे

ये झरना भर गया,आंसू भरने के बाद

अरे तुम भी कहां सुनोगे, बाते हमारी

हम भी समझे थे,इश्क़ करने के बाद

मेरी हिम्मत को,देखा कैसे जाए बोलो

लोग हमे भी डरा रहे हैं, डरने के बाद

के कुछ खड़े होते हैं कैसे, तनके देखो

मेरे सामने से मुंह पर, मुकरने के बाद

Title: Ek jheel mii hai || hindi kavita


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