
Izhaar akhiyan de naal hi mein kar dindi Haan..!!
Ik ohde sahwein metho kuj bol na howe
Unjh jazbata naal varke mein bhar dinndi Haan..!!
Ta umr nhi thehrti mohabbat
Is qadar na dil lagaya karo
Kuch behtar hi likha hoga khuda ne in lakiron mein
Na is qadar khud ko azmaya karo
ऐ दोस्त तू मेरी धड़कन में बसा है
तेरी यारी से ही मैंने
लाइफ को पहचाना है.!!
वो बचपन के खेल बड़े ही सुहाने होते है
जब सच्चे यार ही अपने दीवाने होते है.!!
ए दोस्त तू इस जग में सबसे प्यारा है
तेरी दोस्ती से ही मेरी
जिंदगी में उजियारा है.!!
जो बर्बाद ना कर दे वो शौक कैसा
जो बर्बाद होकर भी
साथ ना दे वो दोस्त कैसा..!!
ये मेरे दिल का किस्सा
भी बड़ा अजीब है जो
दोस्त दिल के सबसे
करीब है वही हमसे दूर है..!