झपकियां ले लेकर थक चुकी है ज़िंदगी, आंखों को नींद का सहारा चाहिए और सपनों को उसकी बाहों का....
Well done is better than well said
झपकियां ले लेकर थक चुकी है ज़िंदगी, आंखों को नींद का सहारा चाहिए और सपनों को उसकी बाहों का....
Kise ko paane ki chahat me itna
na doobo ki fir, apne tairne ki hunar
kaam hi naa aye
किसी को पाने कि चाहत में इतना
ना डूबों कि फिर। अपने तैरने का हूनर
काम हि ना आए।
Meri shikayatein vo mujhe aakar batati hai
Kabhi kabhi vo mujhse ese bhi pyar jatati hai 😍🥰
मेरी शिकायतें वो मुझी से आकर बताती है
कभी कभी वो मुझसे ऐसे भी प्यार जताती है😍🥰