झपकियां ले लेकर थक चुकी है ज़िंदगी, आंखों को नींद का सहारा चाहिए और सपनों को उसकी बाहों का....
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झपकियां ले लेकर थक चुकी है ज़िंदगी, आंखों को नींद का सहारा चाहिए और सपनों को उसकी बाहों का....
Ajh tainu dekhke me fir teriyaa yaada ch kho peya
hasda hasda tainu yaad karke ajh fir me ro peyaa
ਅੱਜ ਤੈਨੂੰ ਦੇਖਕੇ ਮੈ ਫਰ ਤੇਰੀਆ ਯਾਦਾਂ ਚ ਖੋਹ ਪਯਾ….
ਹਸਦਾ ਹਸਦਾ ਤੈਨੂੰ ਯਾਦ ਕਰਕੇ ਅੱਜ ਫਰ ਮੈ ਰੋ
ਪਯਾ….
ना जाने कितनी बार हारे थे
तुम्हे जिताने के लिए
तुमने एक बार भी नही सोचा
हमारा दिल दुखाने के लिए