जो लोग हमे पागल कहते थे
उनका कहना अब ठीक लगता हैं
तेरे इश्क में रहेगें ता उम्र अब
चाहे कितना भी अजीब लगता हैं
तेरे मर्जी हैं आ या नही
हम अब ऐसे ही जियेगे
हमे यही सलीका अब ठीक लगता हैं
जो लोग हमे पागल कहते थे
उनका कहना अब ठीक लगता हैं
तेरे इश्क में रहेगें ता उम्र अब
चाहे कितना भी अजीब लगता हैं
तेरे मर्जी हैं आ या नही
हम अब ऐसे ही जियेगे
हमे यही सलीका अब ठीक लगता हैं
मैं मौत के हुजूम में पल रहा हूँ
छाव मे ही सही पर काँटों पर चल रहा हूँ
बस से बाहर जा रहा है हालातों का दौर
जीने की ख़्वाहिश लिए पल पल मर रहा हूँ ….
जिंदगी इतने सितम ढाह रही है
और मैं एक मूठी चीनी लिए समुंदर मे फिर रहा हूँ ।
Mehnat krde aa kde gallan naal Saar de nhi
Rabba roti rukhi hi khwa jyi
Sat pkwan asi bhal de ni🙏
ਮਿਹਨਤ ਕਰਦੇ ਆ ਕਦੇ ਗੱਲਾਂ ਨਾਲ ਸਾਰਦੇ ਨਹੀਂ
ਰੱਬਾ ਰੋਟੀ ਰੁੱਖੀ ਹੀ ਖਵਾਈ ਜਾਈਂ
ਸੱਤ ਪਕਵਾਨ ਅਸੀਂ ਭਾਲਦੇ ਨਹੀਂ🙏