कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
ये किससे मोहब्बत की किताब पढ़कर आ गए हो,
दिल से निभाए जाने वाले दिल के रिश्ते में जिस्मो का प्यार ……..पगला गए हो।
तेरी वो *Badi si smile* के साथ मुस्कुराना जान ले लेता था मेरी,
तू मुझसे बिछड़कर खुश तो है ,पर सुना है मुरझा गए हो।
Tere bina na manzilan sohndiyan ne
Lagge safar gumnaam raahan jeha..!!
Pal laggan jive hunde ghanteyan jehe
Ikk din vi sanu baaraan maaha jeha..!!
ਤੇਰੇ ਬਿਨਾਂ ਨਾ ਮੰਜ਼ਿਲਾਂ ਸੋਂਹਦੀਆਂ ਨੇ
ਲੱਗੇ ਸਫ਼ਰ ਗੁਮਨਾਮ ਰਾਹਾਂ ਜਿਹਾ..!!
ਪਲ ਲੱਗਣ ਜਿਵੇਂ ਹੁੰਦੇ ਘੰਟਿਆਂ ਜਿਹੇ
ਇੱਕ ਦਿਨ ਵੀ ਸਾਨੂੰ ਬਾਰਾਂ ਮਾਹਾਂ ਜਿਹਾ..!!