कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
कभी तेजी रखू, सफर में कभी मैं, ढलने लगता हूं..
कभी ठहर जाऊ, एक जगह कभी बस, चलने लगता हूं..
मंजिल का अता और पता नहीं, फासला सफर का जरा बढ़ गया..
सोच कर कमाई बस, सफर की हथेलियों को, मालने लगता हूं..
Mainu ajh v oh time chete,
jadon tu classroom di baari thaani langhde nu vehndi c
te me v othon vaar vaar langhna
tere didaar lai
par ki pata c ke sameh de naal naal
tere zajhbaat v badal jaange
ਮੈਨੂੰ ਅੱਜ ਵੀ ਓਹ ਟਾਇਮ ਚੇਤੇ ਜਦੋੰ ਤੂੰ ਕਲਾਸਰੂਮ ਦੀ ਬਾਰੀ ਥਾਂਈ ਲੰਘਦੇ ਨੂੰ ਵੇਂਹਦੀ ਸੀ ,
ਤੇ ਮੈਂ ਵੀ ਓਥੋਂ ਵਾਰ ਵਾਰ ਲੰਘਣਾ
ਤੇਰੇ ਦੀਦਾਰ ਲਈ ,
ਪਰ ਕਿ ਪਤਾ ਸੀ ਕਿ ਸਮੇਂ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ
ਤੇਰੇ ਜਜ਼ਬਾਤ ਵੀ ਬਦਲ ਜਾਣਗੇ
आसान होगा शायद तुम्हारे लिए ये कहना,
प्यार की डोर में तुम्हें नहीं है बंधना,
हाल दरें हाल बेहाल इस दिल का हो रहा,
जो एक मुलाकात में तुम्हें अपना कह रहा ||