कई दिनो से अपने तकिए के भिगोये नही हूं,
एक मुद्त गुझर गई जी भर के रोया नही हूं
पता नही अब वोक नींद कब मिलेगी
कई रातो से मीठे ख्वाबो मे खोया नही हुं
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कई दिनो से अपने तकिए के भिगोये नही हूं,
एक मुद्त गुझर गई जी भर के रोया नही हूं
पता नही अब वोक नींद कब मिलेगी
कई रातो से मीठे ख्वाबो मे खोया नही हुं
Zara bhi farak nahi hu-ba-hu dhadkata hai
Ye dil nahi mere seene me tu dhadakta hai❤
ज़रा भी फर्क नहीं हू-ब-हू धड़कता है
ये दिल नहीं मेरे सीने में तू धड़कता है❤
Ik din Yaad karenga tu
saadhi chahat nu
tad royenga tu badha
ਇਕ ਦਿਨ ਯਾਦ ਕਰੇਂਗਾ ਤੂੰ
ਸਾਡੀ ਚਾਹਤ ਨੂੰ
ਤਦ ਰੋਏਂਗਾ ਤੂੰ ਬੜਾ