Rahi hongi kuch kami unaki jindagi me ,
Yuhi koi mauth ko gale nahi lagata.
-By Abhishek kshirsagar
Rahi hongi kuch kami unaki jindagi me ,
Yuhi koi mauth ko gale nahi lagata.
-By Abhishek kshirsagar
तनहाई तलाश रही मुझको, और मुझे तलाश है बस तेरी..
गर मुमकिन है तो आ जाओ, इंतजार में नजरें हैं मेरी..
इंहे नींद नहीं अब आती है, राहों में टिकी हैं ये तेरी..
यकीन न इनको होता है, के तूने भी आंखें हैं फेरी..
समझाऊं केसे मैं इनको, किस्मत में नहीं है तू मेरी..
जिन आंखों को हैं ये ढूंढ़ रही, बंद हैं वो आंखें तेरी..
जेसे दिल है हार गया मेरा, वैसे हारेगी अब रूह मेरी..
अब थक कर ये सोएंगी जब, होगी जिस्म से जान जुदा मेरी..
” Jeondi Rahe “Maa” Meri
ਔਖੇ ਵੇਲੇ ਦੁਨੀਆਂ ਤਾਂ ਬੱਸ ਪਿੱਠ
ਵਿਖਾਉਦੀ ਏ,
ਜਿਉਂਦੀ ਰਹੇ “Maa” ਮੇਰੀ ਜੋ Chuni
ਪਾੜ ਕੇ ਮੱਲਮ ਲਾਉਂਦੀ ਏ”🧿❤️