अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो
अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो
Koi nhi hunda mera,
Hun tu apne vall hi vekhla🙃
ਕੋਈ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਮੇਰਾ,
ਹੁਣ ਤੂੰ ਆਪਣੇ ਵੱਲ ਹੀ ਵੇਖਲਾ ।🙃
”I love you as certain dark things are to be loved, in secret, between the shadow and the soul.”