Khamosh e DIl || 2 lines Punjabi Alone shayari was last modified: September 27th, 2020 by SHARANJIT SINGH
kujh edaa nibhaye ohne waade saare
jhoothe si pyaar de iraade saare
mainu ohdi har gal te vishvaas si
ohne jhoothe sabit kite mere har ik khwaab saare
ਕੁਝ ਇਦਾਂ ਨਿਭਾਏ ਓਹਨੇ ਵਾਦੇ ਸਾਰੇ
ਝੁਠੇ ਸੀ ਪਿਆਰ ਦੇ ਇਰਾਦੇ ਸਾਰੇ
ਮੈਨੂੰ ਓਹਦੀ ਹਰ ਗੱਲ ਤੇ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਸੀ
ਓਹਨੇ ਝੁਠੇ ਸਾਬੀਤ ਕਿਤੇ ਮੇਰੇ ਹਰ ਇੱਕ ਖ਼ੁਆਬ ਸਾਰੇ
—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷
ज़िकर तुम्हारा होता है ,अल्फाज् हमारे होते है
आलम ये हो गया है की अब हम रात में भी नहीं सोते हैl
इस कदर गुम हो जाते है तुमहारी याद मे,
की पता नही चलता हम कहा होते है|
अगर तुम साथ नही होगी,
तो तनहा गुजार देगे जिदगी ये वादा करते है|
मेरे ज़जबातों को समझने की कोशिश करो,
हम जैसे इंसान बहुत कम होते है l
वैसे तो हुसन की कमी नहीं है ,
पर तुम्हारे जैसे भी बहुत कम मिलते है l
हर किसी को अपना प्यार मिल जाये ,
ऐसे खुशकिसमत कम होते है l
कुछ तो खास है तुम में ,
वरना हम भी हर किसी पे फिदा नही होते है|