socha tha kee khuda ke siva mujhe koi barbaad kar nahi sakata,
phir unaki mohabbat ne mere saare vaham tod die……
सोचा था की ख़ुदा के सिवा मुझे कोई बर्बाद कर नही सकता,
फिर उनकी मोहब्बत ने मेरे सारे वहम तोड़ दिए…
socha tha kee khuda ke siva mujhe koi barbaad kar nahi sakata,
phir unaki mohabbat ne mere saare vaham tod die……
सोचा था की ख़ुदा के सिवा मुझे कोई बर्बाद कर नही सकता,
फिर उनकी मोहब्बत ने मेरे सारे वहम तोड़ दिए…
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
उठता है तूफान सीने में जब
जहन में सवाल इक आता है
जब जाना ही है दूर तो
क्यों करीब कोई आता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
जिसे देखना भी नही मुनासिब
आंखे बंद कर करीब उसी को पता है
ढूंढ ले खामियां उसकी हजार पर
दिल तो आज भी बेहतर उसी को बताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
सपने देखता है नई दुनिया बसाने के तू
नींद तेरी आज भी वही चुराता है
बेख्याल होने का करले तमसील भले
मिलने का ख्याल तो आज भी सताता है
यादों का इक महल रोज बनता
और ढह जाता है……….
MAA TUJHE SALAMAT RAKHE RAB HAMESHA
TAL JAATI HAIN HAR BALAA BADLE DUAAON KE
ماں تجھے سلامت رکھے رب ہمیشہ
ٹل جاتی ہیں ہر بلا بدلے دعاؤں کے