कोई ख्वाहिश नहीं आपसे
न किसी और की तुम करना मेरे होते.
I don’t have any desire from you nor you keep any desire from anyone else until I am there.
कोई ख्वाहिश नहीं आपसे
न किसी और की तुम करना मेरे होते.
I don’t have any desire from you nor you keep any desire from anyone else until I am there.
किसान कविता
बूँद बूँद को तरसे जीवन,
बूँद से तड़पा हर किसान
बूँद नही हैं कही यहाँ पर
गद्दी चढ़े बैठे हैवान.
बूँद मिली तो हो वरदान
बूँद से तरसा हैं किसान
बूँद नही तो इस बादल में
देश का डूबा है अभिमान
बूँद से प्यासा हर किसान
बूँद सरकारों का फरमान
बूँद की राजनीति पर देखों
डूब रहा है हर इंसान.
देव चौधरी
Asin tan khud aapniyaan mehflan diyaan
tahniyaan chhang aaye
tel unde hoye v khushi te diwe bujaa aye
ਅਸੀਂ ਤਾਂ ਖੁਦ ਆਪਣੀਆਂ ਮਹਿਫਲਾਂ ਦੀਆਂ
ਟਾਹਣੀਆਂ ਛਾਂਗ ਆਏ
ਤੇਲ ਹੁੰਦੇ ਹੋਏ ਵੀ ਖੁਸ਼ੀ ਦੇ ਦੀਵੇ ਬੁਝਾ ਆਏ