Kuch nahi milta sabar krne par
Jo chahiye vo haasil krna padta hai
Kuch nahi milta sabar krne par
Jo chahiye vo haasil krna padta hai
Bas thoda jeha jar lawi menu
Ke mein tere kaabil nahi💔..!!
Hun nafrat kar lawi menu
Ke mein tere kaabil nahi💔..!!
ਬਸ ਥੋੜਾ ਜਿਹਾ ਜਰ ਲਵੀਂ ਮੈਨੂੰ
ਕਿ ਮੈਂ ਤੇਰੇ ਕਾਬਿਲ ਨਹੀਂ💔..!!
ਹੁਣ ਨਫ਼ਰਤ ਕਰ ਲਵੀਂ ਮੈਨੂੰ
ਕਿ ਮੈਂ ਤੇਰੇ ਕਾਬਿਲ ਨਹੀਂ💔..!!
शाम बीती और रात हुई, गमों की फिर बरसात हुई..
तुझे भुलने को फिर से जाम पिया, गलती फिर मेरे हाथ हुई..
फिर से बहक गए लफ्ज मेरे, लफ्जों पे फिर से दात हुई..
दिलजले थे वहां कई मुझ जैसे, उनकी भी इश्क में मात हुई..
वही एक तरह का हर किस्सा, इश्क की भी भला कोई जात हुई..
हर कहानी ख़ुशी से शुरू हुई, ख़तम आंसुओं के साथ हुई..
महफिल को छोड़ चले घर की ओर, तन्हाई से फिर मुलाकात हुई..
तेरी याद बढ़ गई हर जाम के साथ, भला ये भी कोई बात हुई..