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Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

Manzil hamsafar par hi jaa kar || so sweet hamsafar shayari

बहक जाते हैं कदम यूँ तो राह में चलते चलते..
मगर समझ लो तुम ऐ दोस्त..💚
मंजिल हमसफ़र पर ही जाकर थमती है! !!  !🧡

Jinhe mohabbat thi meri muskano se || sad shayari || shayari

जिन्हें मोहब्बत थी मेरी मुस्कानों से

वे आज मेरा जिस्म चाहने लगे हैं

जो चाहते थे मैं हमेशा मुस्कुराऊं

वे आज मेरी मुस्कान ही छीनने लगे हैं


Aansu se khataaa || hindi sad shayari

Mere Aansuon se khataa ho gyi…

jo beh chle jaalim zamaane ke aage.

Hakikat se  pehle kyon aankhein namm ho gyi,

jo mere sapne bhi saare jal kar raakh ho gye …

kaash!  hume ye ehsaas  pehle hi ho jaata….

kimat nhi inn anmol motiyon ka yahaan ,

jo ab yu andhere se aankhein milaayi ,

chiraago se roshni bhi judaa ho gyi.

Hazaaron se bhi jyadaa gum humne chupaaye,

na jaane kaise ye daastan bayaan ho gyi.

-by SARITA CHAUHAN

Teri yaadon ki bari hy || 2 lines yaad shayari

Ab tum nahi mere saath tumahri yaade hai
pehle tumne rulaaeya ab baari tumaahri yaado ki hai

अब तुम नही मेरे साथ तुम्हारी यादें है
पहिले तुमने रूलाया अब बारी तुम्हारी यादों की है ।।

Jab rulana hi tha || afsosh || Sad shayari || Heartbroken 💔

जब रुलाना ही था तो पहले ही रूला देते
इतना अफसोस ना होता और तुम्हें कबका हम भुला देते

Bewafai || befawa hindi shayari

  1. बदल से गए हैं उनका मिजाज
    बेवफाई का मिला हमें इल्जाम
    खता क्या हुई हमसे जनाब
    जो मिला प्यार का ऐसा अंजाम………
    ( प्रतिक्षा सम्राट)
  2. हम तो हमेशा से वही थे जहां आपने हमें छोड़ दिया, तकदीर ने कुछ ऐसा खेला कि जिसे हमने चाहा था वह किसी और पिया था, क्या हमने किया था जो ये दाग पाया था …..
  3. पहली दफा उनसे यूं मिले कि भूल गए हर गिले, चाह थी हूं उनको शिद्दत से उन्होंने दिल तोड़ इनकार किया मुद्दत से,,,

Gajal || maa sabse badhi hai

गजल (बे बहर)

 जाने क्या हो गया है कैसी इम्तिहान की घड़ी है,
एक आशिक पे ये कैसी सजा आन पड़ी है!

 आस भी क्या लगाएं अबकी होली पे हम उनसे,
दुनिया की ये खोखली रस्में तलवार लिए खड़ी है!

 मैंने देखें हैं गेसुओं के हंसते रुखसार पे लाली
मगर हमारे चेहरे पे फिर आंसुओं की लड़ी है!

 दर्द है, हिज्र है,और धुंधली सी तस्वीर का साया भी
तुम महलों में रहते हो तुमको हमारी क्यों पड़ी है !!

 कैसे मुकर जाऊं मैं खुद से किए वादों से अभी,
अब मेरे हाथों में ज़िम्मेदारियों की हथकड़ी है!

 तुमको को प्यार है दौलत ए जहां से अच्छा है,
मगर इस जहान में मेरे लिए मां सबसे बड़ी है !!