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Shayari | Latest Shayari on Hindi, Punjabi and English

rahat de pal || Punjabi maa shayari

Rahat de pal sakoon de baat,
Maa tere anchal toh bina nhi mili sanu koi zindgi de sogaat,

Dil kalaa e mera || punjabi shayari

dil kaala e mera
glaa vich mere raaz badhe
na tu kar ishq mere naal
mere te dhokhebaazi de ilzaam badhe

ਦਿਲ ਕਾਲ਼ਾ ਐਂ ਮੇਰਾ
ਗਲਾਂ ਵਿੱਚ ਮੇਰੀ ਰਾਜ਼ ਬੜੇ
ਨਾ ਤੂੰ ਕਰ ਇਸ਼ਕ ਮੇਰੇ ਨਾਲ
ਮੇਰੇ ਤੇ ਧੋਖੇਬਾਜ਼ੀ ਦੇ ਇਲਜਾਮ ਬੜੇ

—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷

Dil de nishane tu || shayari awesome love

ਖਿਆਲਾਂ ਵਿਚ ਵਸਦਾ ਐਂ
ਦਿਲ ਤੇ ਨਿਸ਼ਾਨੇ ਤੂੰ ਮਾਰਦਾ
ਜਾਂਣ ਗਏ ਅਸੀਂ ਚਲਾਕੀਆਂ ਤੇਰੀ
ਤੂੰ ਐਹ ਇਸ਼ਕ ਚ ਪਾ ਦਿਲਾਂ ਨੂੰ ਉਜਾੜਦਾ

—ਗੁਰੂ ਗਾਬਾ 🌷

 

ve jeena tere naal || love shayari

tainu samjhawa kinjh me pyaar mera
ve tu smjhe hi naa
kare galla har wele marn diyaa
ve jeena tere naal samjhe hi naa

ਤੈਨੂੰ ਸਮਝਾਵਾਂ ਕਿੰਝ ਮੈਂ ਪਿਆਰ ਮੇਰਾ,
ਵੇ ਤੂੰ ਸਮਝੇਂ ਹੀ ਨਾਂ
ਕਰੇ ਗੱਲਾ ਹਰ ਵੇਲੇ ਮਰਨ ਦੀਆਂ,
ਵੇ ਜੀਣਾ ਤੇਰੇ ਨਾਲ ਸਮਝੇਂ ਹੀ ਨਾ

Oh bhul gai ee || sad shayari

Hun oh bhul gai ee
kol karaara nu
nibha nahi saki jo
kiniyaa de pyaara nu

ਹੁਣ ਉਹ ਭੁੱਲ ਗਈ ਐ
ਕੋਲ ਕਰਾਰਾਂ ਨੂੰ
ਨਿਭਾ ਨਹੀਂ ਸਕੀ ਜੋ
ਕਿੰਨੀਆਂ ਦੇ ਪਿਆਰਾਂ ਨੂੰ।

Teri yaad v || 2 lines best shayari in punjabi

teri yaad v kamaal kardi e
mere kol neend aundi hai, eh dekh na jardi ee

ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਵੀ ਕਮਾਲ ਕਰਦੀ ਏ
ਮੇਰੇ ਕੋਲ ਨੀਂਦ ਆਉਦੀ ਹੈ , ਇਹ ਦੇਖ ਨਾ ਜਰਦੀ ਏ

Zindagi me ek hassi kirdaar || pyar hindi sayari

जिंदगी में एक हसीं किरदार बनकर आ गया!
जो खफा रहता था अब वो यार बनकर आ गया!
उसने अपनी गलतियां समझी तो समझी भी बहुत!
उम्र भर के वास्ते फिर प्यार बनकर आ गया!!

हर्ष

aaj tu kahi nahi hai || awesome hindi poetry

आज तू कही नहीं है ,
फिर भी नेरे हर ख्याल में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरे दिल में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरी आँखों में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरी यादों में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरी रग रग में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरे रोम रोम में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी हर चेहरे में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरी धड़कनो में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरी सांसो में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मेरे सपनो में समाया है तू
आज तू कही नहीं है
फिर भी मुझमे इस कदर समाया है तू
जिस कदर रात में अँधेरा