अब बस लिख के मिटा हम देते हैं, अपने ही शब्दों के जाल को..
क्यूंकि अब डायरी भी समझ नहीं पाती है, मेरे मन में चलते ख्याल को..
अब पन्ने भी मेरी कलम की स्याही से, बस दूर सा होना चाहते हैं..
अब बताएं भी तो आखिर किसे बताएं, अपने इस बिगडते हाल को..
अब बस लिख के मिटा हम देते हैं, अपने ही शब्दों के जाल को..
क्यूंकि अब डायरी भी समझ नहीं पाती है, मेरे मन में चलते ख्याल को..
अब पन्ने भी मेरी कलम की स्याही से, बस दूर सा होना चाहते हैं..
अब बताएं भी तो आखिर किसे बताएं, अपने इस बिगडते हाल को..
Mera dil nahio lagda bin tere sajjna || punjabi shayari || female voice
mera dil nahio lagda bin tere sajjna
doori pyar ch menu eh staun laggi e..!!
tenu sochde hi din shuru hunda e mera
tenu sochde hi raat hun hon laggi e..!!
akhan band kraan tera didar hunda e
nind meri tere khwaban nu shon laggi e..!!
tere naal ta c es ch koi shakk nahi
tere naam naal v mohobbat hun hon laggi e..!!
बात बस इतनी सी है कि... जिस दर में सिर झुकाओ तो अपनी नीयत साफ रखना, दुआएं भी नीयत से होती है, दुआओं की कोई नीयत नहीं होती...