लो आज महफिल सजी हैं हमारे लिए
सुनने को मुझे तैयार हर कोई है
पर दिल ने इजाजत नहीं दी है अभी
मेरी गजलो का हकदार और कोई है
Well done is better than well said
लो आज महफिल सजी हैं हमारे लिए
सुनने को मुझे तैयार हर कोई है
पर दिल ने इजाजत नहीं दी है अभी
मेरी गजलो का हकदार और कोई है
Tere kwabon se aankhe. Na. Bharpoor ho!
Tere. Ashiqko o rat dhalti nahi
isa pal he nahi ,jo tere yaad me
Tere tasveer se bat chalti nahin!
Tu khayalon me aati he mere magar
Tuj ko cholon to gum hoke milti nahi!
Kya khata he hamari
Bata jane main!
Karwai wafa ki kyu chalti nahi!
Hum to nouker bane
Dil ke ab kya kare!
Bin tere pyaar ki kaliyan khilti nahi!
Yere khwabon se……