Saara jagg suna suna c
ohde hathaan ch hath mildeyaa e duniyaa chal pai
ਸਾਰਾ ਜੱਗ ਸੁੰਨਾ ਸੁੰਨਾ ਸੀ,
ਉਹਦੇ ਹੱਥਾਂ ‘ਚ ਹੱਥ ਮਿਲਦਿਆਂ ਈ ਦੁਨੀਆਂ ਚੱਲ ਪਈ
Saara jagg suna suna c
ohde hathaan ch hath mildeyaa e duniyaa chal pai
ਸਾਰਾ ਜੱਗ ਸੁੰਨਾ ਸੁੰਨਾ ਸੀ,
ਉਹਦੇ ਹੱਥਾਂ ‘ਚ ਹੱਥ ਮਿਲਦਿਆਂ ਈ ਦੁਨੀਆਂ ਚੱਲ ਪਈ
क्यों किया तुमने ऐसा,
क्या बिगाड़ा था मैने तुम्हारा
थोड़ा प्यार किया था,कुछ दिल लगाया था
तुमने तो इतनी बड़ी सजा दे दी
के
मुझे किसी से दिल लगाने लायक ही नहीं छोड़ा
अरे छोड़ते भी तो क्या, अब तो सीने में दिल ही नहीं रहा
तुझे रब का वास्ता, तुझे तेरे सबसे अजीज का वास्ता
ये जान भी ले ले
ये जिस्म थक चुका है इस मरी हुई रुह का बोझ उठाते उठाते
उसे जाते हुये मैंने रोका बहोत था
ये दिल अपनी सफाई मे चीखा बहोत था ,
जिस शफ मे खड़े थे हम अपनी सच्चाई लेके
उसमे झूठ बिका बहोत था ।
मैं थक गया था अपनी सफाई देके
पर रकीब का फसाना भरी बहोत था ।
……….अजय महायच .