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Me dard ki inthaa par hu || Naraazgii

मैं दर्द की इंतहा पर हूं

मैं एक शख्स का बुलाया हुआ हूं

लोग मुझको गमगीन समझते हैं

मैं एक शख्स का सताया हुआ हूं

नहीं है मुझ पर कोई कर्जा

मैं हर रिश्ते को निभाया हुआ हूं

मैं लोगों से नहीं मिलता अक्सर

मैं एक राज को छुपाया हुआ हूं

मिस्बाह परवाह नहीं है रोशनी की

मैं एक शमा जला या हुआ हूं

main dard kee intaha par hoon

main ek shakhs ka bulaaya hua hoon

log mujhako gamageen samajhate hain

main ek shakhs ka sataaya hua hoon

nahin hai mujh par koee karja

main har rishte ko nibhaaya hua hoon

main logon se nahin milata aksar

main ek raaj ko chhupaaya hua hoon

misbah parvaah nahin hai roshanee kee

main ek shama jalaaya hua hoon

Title: Me dard ki inthaa par hu || Naraazgii

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Ek aurat || hindi poetry

👧 *बाँझपन एक कलंक क्यों ???*👧

एक औरत माँ बने तो जीवन सार्थक
अगर माँ न बने तो जीवन ही निरथर्क,
किसने कहा है ये, कहाँ लिखा है ये,
कलंकित बोल-बोल जीवन बनाते नरक।

बाँझ बोलकर हर कोई चिढ़ाते,
शगुन-अपशगुन की बात समझाते।
बंजर ज़मीं का नाम दिया है मुझे,
पीछे क्या, सामने ही मेरा मज़ाक़ उड़ाते।

ममत्व का पाठ मैं भी जानती,
हर बच्चे को अपना मानती,
कोख़ से जन्म दूँ, ज़रूरी नहीं,
लहू का रंग मैं भी पहचानती।

आँचल में मेरे है प्यार भरा,
ममता की मूरत हूँ देख ज़रा,
क़द्र जानूँ मैं बच्चों की,
नज़र से मुझे ज़माने न गिरा।

कलंक नहीं हूँ इतना ज़रा बता दूँ,
समाज को एक नया पाठ सीखा दूँ,
बच्चा न जन्म दे सकी तो क्या,
समाज पे बराबर का हक़ मैं जता दूँ।
समाज पे बराबर का हक़ मैं जता दूँ।

Title: Ek aurat || hindi poetry


Kismat da marra || sad Punjabi status || sad in love

Kismat da vi marra reh gya 
Jinn da na hun sahara reh gya 
Tenu ohnde kol vekhke 
Mera dil vechara reh gya 
Ni Mera dil kunwara reh gya💔🥀

ਕਿਸਮਤ ਦਾ ਵੀ ਮਾੜਾ ਰਹਿ ਗਿਆ
ਜਿਉਣ ਦਾ ਨਾ ਕੋਈ ਸਹਾਰਾ ਰਹਿ ਗਿਆ
ਤੈਨੂੰ ਉਹਦੇ ਕੋਲ ਦੇਖ ਕੇ
ਮੇਰਾ ਦਿਲ ਵਿਚਾਰਾ ਰਹਿ ਗਿਆ
ਨੀ ਮੇਰਾ ਦਿਲ ਕੁਵਾਰਾ ਰਹਿ ਗਿਆ💔🥀

Title: Kismat da marra || sad Punjabi status || sad in love