Khiza ka daur ho ya ho bahar ka mausam
Mere liye nhi koi karar ka mausam
खिजा का दौर हो या हो बहार का मौसम
मेरे लिए नहीं कोई क़रार का मौसम
Khiza ka daur ho ya ho bahar ka mausam
Mere liye nhi koi karar ka mausam
खिजा का दौर हो या हो बहार का मौसम
मेरे लिए नहीं कोई क़रार का मौसम
Khidki ke bagal mein baith Kar tera intezar karna
Tu kisi aur ka hai yeh jankar bhi tujhe beintehaa pyar karna
Humein to bohton ne kaha ke tu bewafa hai fir bhi teri wafa ka intezar karna
Har din khwabon mein tujhse dil-e-izhaar karna par tere Milne par Na tujhse koi baat karna
Tu kisi aur ka hai yeh jankar bhi tujhe beintehaa pyar karna
Khidki ke bagal mein baith Kar tera intezar karna ❤🙈
खिड़की के बगल में बैठ कर तेरा इंतज़ार करना
तू किसी और का है यह जानकर भी तुझे बेइंतेहा प्यार करना
हमें तो बोहतों ने कहा कि तू बेवफा है फिर भी तेरी वफ़ा का इंतज़ार करना
हर दिन ख़्वाबों में तुझसे दिल-ऐ इज़हार करना पर तेरे मिलने पर तुझसे ना कोई बात करना
तू किसी और का है यह जानकार भी तुझे बेइंतेहा प्यार करना
खिड़की के बगल में बैठ कर तेरा इंतज़ार करना ❤🙈
जिंदगी में आये हो तो उलझना भी पड़ेगा।
रिस्तो की गांठे कभी खोल कर तो ।
तो कभी जोड़ कर उसको निभाना भी पड़ेगा।
मौत आने से पहले जिंदगी खुल कर जी लो।
नही तो अफसोस के साथ उलझने भी मिटाना होगा और खुद भी मिटना होगा!!💐