मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नहीं।।
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नहीं।।
क्यों सताते हो हमें बेगानो की तरह
कभी तो याद करो चाहने वालों की तरह
हम में थी कोई कमी जो आपको याद ना आये
आपमें थी कुछ बात जो हम आपको भुला ना पाए।❤️
Hizran ch rul gayi zind de gama ch
Futt futt ro ro ke thakiyan di..!!
Jo tangh kise di ch rehan tadapdiyan
Kon peedh pachane ohna akhiyan di..!!
ਹਿਜ਼ਰਾਂ ‘ਚ ਰੁਲ ਗਈ ਜ਼ਿੰਦ ਦੇ ਗਮਾਂ ‘ਚ
ਫੁੱਟ ਫੁੱਟ ਰੋ ਰੋ ਕੇ ਥੱਕੀਆਂ ਦੀ..!!
ਜੋ ਤਾਂਘ ਕਿਸੇ ਦੀ ‘ਚ ਰਹਿਣ ਤੜਪਦੀਆਂ
ਕੌਣ ਪੀੜ ਪਛਾਣੇ ਉਹਨਾਂ ਅੱਖੀਆਂ ਦੀ..!!