
Enjoy Every Movement of life!

क्यों किया तुमने ऐसा,
क्या बिगाड़ा था मैने तुम्हारा
थोड़ा प्यार किया था,कुछ दिल लगाया था
तुमने तो इतनी बड़ी सजा दे दी
के
मुझे किसी से दिल लगाने लायक ही नहीं छोड़ा
अरे छोड़ते भी तो क्या, अब तो सीने में दिल ही नहीं रहा
तुझे रब का वास्ता, तुझे तेरे सबसे अजीज का वास्ता
ये जान भी ले ले
ये जिस्म थक चुका है इस मरी हुई रुह का बोझ उठाते उठाते
Karlo ibadat bhi is waqt se
Ke laut aaye bachpan ek baar fir…
Jab rukte nahi the pair khwabon ke piche se,
Daurhti rahe ye dhadkan ek baar fir…💕
करलो इबादत भी इस वक्त से,
के लौट आए बचपन एक बार फिर…
जब रुकते नहीं थे पैर ख्वाबों के पीछे से,
दौड़ती रहे ये धड़कन एक बार फिर…💕