“ख़ामोशी से भरे लब ज़रूर हैं,
दर्द भी ज़हन में ज़रूर है,
लेकिन मुस्कुराना फ़ितरत हैं||”❤️
Enjoy Every Movement of life!
“ख़ामोशी से भरे लब ज़रूर हैं,
दर्द भी ज़हन में ज़रूर है,
लेकिन मुस्कुराना फ़ितरत हैं||”❤️
ताल्लुक कौन रखता है किसी नाकाम से लेकिनमिले जो कामयाबी सारे रिश्ते बोल पड़ते हैंमेरी खूबी पे रहते हैं यहां अहले-जबां खामोशमेरे ऐबों पर चर्चा हो तो गूंगे बोल पड़ते हैं
गिरा तो फ़िर कभी,उठा ना मिला
बंदों का हुज़ूम था,खुदा ना मिला
ज़िस्म ना मिले,तो क्या हुआ यार
वो दिल से कभी, जुदा ना मिला
परिंदों के जैसा था, इश्क़ उसका
कोई वादा, कोई वास्ता ना मिला
ऐसे हुआ दिल पर,कब्ज़ा उसका
धड़कनों को भी, रास्ता ना मिला
उसके शाहपरस्त भी हैं,बादशाह
कोई भी पत्थर,तरास्ता ना मिला