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Na ham jane, na tu jane

हर रात के बाद की बातें
हर रात तेरी वो यादें
जो गुजरी हमपे ना गुजरे तुझपे
ना हम जाने, ना तू जाने

मोहब्बत वाली बातें
वो ईश्क भरी सौगातें
तू जुदा हुआ, हम फना हुए
ना हम जाने, ना तू जाने

रात का जाना, सुबह का आना
हर सुबह फिर एक नया बहाना
बहाने में क्या क्या बातें बनाते?
ना हम जाने, ना तू जाने

ये ईश्क नहीं आसान रहा
जमीन पे कहा आसमान रहा?
बदला मौसम, बिछड़ी यादें
ना हम जाने, ना तू जाने

तेरी गलियों से हम गुजरा करे
कभी तू मेरी गलियों से गुजरे
जमाने का क्या हशर हुआ फिर
ना हम जाने, ना तू जाने

सौगात-ए-ईश्क, हश्र-ए-मोहब्बत
तुझे चाहूं मैं, ये मेरी शिद्दत
पी जाऊं ये जाम घोल के, जैसे घूंट हो अमृत के
अंजाम क्या हो तेरे बाद ईश्क का?
ना हम जाने, ना तू जाने

तीखीनजरें, गीले होंठ
नैन तेरे उफ्फकजरारे
हुआ मुशायराशुरू ईश्क का
खतम हुआ तेरे चेहरे पे
शायरों ने क्या गज़ललिखी फिर
ना हम जाने, ना तू जाने

Quoted by– Aria

Title: Na ham jane, na tu jane

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Ek aasha || hindi poetry || kavita

      एक आशा 

एक आशा की चाह है मुझे आजकल
एक आशा की चाह है मुझे आजकल
क्यों अब तरस रही हैं आंखें मेरी आजकल!!
गया वो ज़माना जब खुद पर हम इतराते थे होकर बे फ़िक्र
गया वो ज़माना जब खुद पर हम इतराते थे होकर बे फ़िक्र
नज़र मैं आते थे हम सबकी जैसे हो एक खिली दोपहर!!
अचानक ये क्या हुआ क्यों लग गयी हमें किसी की नज़र
ग़र्दिशों का अब तो एक मेला हैं जिसमे मुझे चलना अकेला हैं!!
खामोशियाँ अब इतनी बढ़ रही हैं आजकल
कुछ नया पाने की चाह हो रही है मुझे आजकल
वो हंसना हम बूल क्यों गए आजकल
एक ठहराव सा आ गया है ज़िन्दगी मैं आजकल
बस एक आशा की चाह हे मुझे आजकल!!

Sunee@zindagiterenaam.com

Title: Ek aasha || hindi poetry || kavita


TARRFAAA

Kujh khaa laina is daaru chandri ne te kujh dukhaan tereaa ne laina khaa teriyaan yaadan vaali peedh rojh agh lawe mere seene adhi adhi raati mainu uthaa ke meri rooh deve tarrfaa

Kujh khaa laina is daaru chandri ne
te kujh dukhaan tereaa ne laina khaa
teriyaan yaadan vaali peedh rojh agh lawe mere seene
adhi adhi raati mainu uthaa ke meri rooh deve tarrfaa