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Najre uthaa kar dekhne walo ||katal shayari

नज़रें उठा कर देखने वालों का क़त्ल कर,

वो एक फूल रख जाते हैं,
कयामत हैं अदाएं और जाते वक्त,

अपना गुनाह कबूल कर जाते हैं,
वाकिफ है ज़माना उसके क़त्ल ए आम के हुनर से,

लेकिन,
अक्सर आशिक नज़रें उठा कर उसके सामने,

वही भूल कर आते है...
वो उनका कत्ल कर बस एक फूल रख जाते हैं....

Title: Najre uthaa kar dekhne walo ||katal shayari

Best Punjabi - Hindi Love Poems, Sad Poems, Shayari and English Status


Dil ki BAAT Wo najron SE baya Kar Gayi

…dil ki BAAT Wo najron SE baya Kar Gayi

Maine Dekha use aur Wo haa Kar gayi

Sab Najaare mere najron ke qabil na rahe

Nasheeli najron SE najane Wo kya Kar Gayi…..

Title: Dil ki BAAT Wo najron SE baya Kar Gayi


Akbar badshah ko mazaak || hindi akbar birbal kahani

अकबर बादशाह को मजाक करने की आदत थी। एक दिन उन्होंने नगर के सेठों से कहा-

“आज से तुम लोगों को पहरेदारी करनी पड़ेगी।”

सुनकर सेठ घबरा गए और बीरबल के पास पहुँचकर अपनी फरियाद रखी।

बीरबल ने उन्हें हिम्मत बँधायी,

“तुम सब अपनी पगड़ियों को पैर में और पायजामों को सिर पर लपेटकर रात्रि के समय में नगर में चिल्ला-चिल्लाकर कहते फिरो, अब तो आन पड़ी है।”

उधर बादशाह भी भेष बदलकर नगर में गश्त लगाने निकले। सेठों का यह निराला स्वांग देखकर बादशाह पहले तो हँसे, फिर बोले-“यह सब क्या है ?”

सेठों के मुखिया ने कहा-

“जहाँपनाह, हम सेठ जन्म से गुड़ और तेल बेचने का काम सीखकर आए हैं, भला पहरेदीर क्या कर पाएँगे, अगर इतना ही जानते होते तो लोग हमें बनिया कहकर क्यों पुकारते?”

बादशाह अकबर बीरबल की चाल समझ गए और अपना हुक्म वापस ले लिया।

Title: Akbar badshah ko mazaak || hindi akbar birbal kahani