pani dareyaa ch howe ja akh ch
gehraai te raaz dowa ch hunde ne
ਪਾਣੀ ਦਰਿਆ 🌊 ਚ ਹੋਵੇ ਜਾ ਅੱਖਾਂ ਚ,
ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਰਾਜ ਦੋਵਾਂ ਚ ਹੁੰਦੇ ਨੇ..
pani dareyaa ch howe ja akh ch
gehraai te raaz dowa ch hunde ne
ਪਾਣੀ ਦਰਿਆ 🌊 ਚ ਹੋਵੇ ਜਾ ਅੱਖਾਂ ਚ,
ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਰਾਜ ਦੋਵਾਂ ਚ ਹੁੰਦੇ ਨੇ..
में किस लिए यहाँ इस कदर जूझ रहा हूँ
जिंदगी बता,
में तुझसे कुछ पूछ रहा हूँ
“तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I
बिना बात हसाती है, रुलाती है I
बड़े -बड़े ख्याब दिखलाती है I
क्योंकि, तन्हाई में भी है बहुत सी अच्छाई I
अपने आप से मिलबाती है I
ज़िंदगी जीने का तरीका सिखलाती है I
आपनो की याद दिलाती है I
बातें जो दफ़न हो गई है यादों की कब्र में उस से मिलबाती है I
क्योंकि, तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I
ख्यालों के मजधार में डुबोती है I
खुद पर भरोसा करना सिखलाती है I
क्योकि तन्हाई में भी बहुत सी अच्छाई है I”