
Futt futt ro ro ke thakiyan di..!!
Jo tangh kise di ch rehan tadapdiyan
Kon peedh pachane ohna akhiyan di..!!

जाते जाते एक उम्दा तालीम दे गया, वो मुसाफिर, खुदकी तलाश में घर से निकल गया, वो मुसाफिर, सोचा साथ जाऊं मैं भी, पर जाऊंगा कहां, जा चुका होगा मीलों दूर, उसे पाऊंगा कहां, इसी सोच में रात हुई, नींद का झोंका आ गया, सुबह आंखे खुली तो सोचा, क्या वो मौका आज आ गया ? के चला जाऊं सबसे इतना दूर के कुछ ना हो, गहरी नींद में बेड़ियां मिले पर सचमुच ना हो, सच हो तो बस आसमां में परिंदो सी उड़ान हो, चाहूंगा हर सितमगर का बड़ा सा मकान हो, वहां आवाज़ देकर झोली फैलाएगा वो मुसाफिर, तुम्हे देख भीगी पलकें उठाएगा वो मुसाफिर, मोहब्बत से एक रोटी खिलाकर देखना तुम, शोहरत से दामन भर जाएगा वो मुसाफिर...
Me tuttde taareyaa ton v ohnu mangeyaa
maseetaa te gurudwaareyaa ton v ohnu mangeyaa
badha kujh kita ohnu paun di khatir me
bas ohdi ijjat de lai me ik ohde kolo ni ohnu mangeyaa
ਮੈਂ ਟੁੱਟਦੇ ਤਾਰਿਆਂ ਤੋਂ ਵੀ ਉਹਨੂੰ ਮੰਗਿਆ,
ਮਸੀਤਾਂ ਤੇ ਗੁਰਦੁਆਰਿਆਂ ਤੋਂ ਵੀਂ ਉਹਨੂੰ ਮੰਗਿਆ,
ਬੜਾ ਕੁਝ ਕੀਤਾ ਉਹਨੂੰ ਪਾਉਣ ਦੀ ਖਾਤਿਰ ਮੈਂ,
ਬਸ ਉਹਦੀ ਇਜ਼ੱਤ ਦੇ ਲਈ ਮੈਂ ਇੱਕ ਉਹਦੇ ਕੋਲੋਂ ਨੀ ਉਹਨੂੰ ਮੰਗਿਆ…