Enjoy Every Movement of life!
Kuchh apna andaaz hai kuchh mausam rangeen hai
tareef karu yaa chup rahu jurm dono hi sangeen hai
कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं ?
बेकार की बाते का बेवक्त में जिक्र कर लिया
हमने तेरे बाद तेरे नाम पे एक घर लिया
अब मै तन्हाई और तेरी यादे सब साथ रहती है
हमने एक दूसरे के साथ एडजस्ट कर लिया
