Raah kithe khatam hude ne
zindagi de safar ton
manzil taan ohi a
jithe khahish khatam ho jawe
ਰਾਹ ਕਿੱਥੇ ਖਤਮ ਹੁੰਦੇ ਨੇ
ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੇ ਸਫਰ ਤੋਂ
ਮੰਜ਼ਿਲ ਤਾਂ ਓਹੀ ਆ
ਜਿੱਥੇ ਖਾਹਿਸ਼ ਖਤਮ ਹੋ ਜਾਵੇ
Raah kithe khatam hude ne
zindagi de safar ton
manzil taan ohi a
jithe khahish khatam ho jawe
ਰਾਹ ਕਿੱਥੇ ਖਤਮ ਹੁੰਦੇ ਨੇ
ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੇ ਸਫਰ ਤੋਂ
ਮੰਜ਼ਿਲ ਤਾਂ ਓਹੀ ਆ
ਜਿੱਥੇ ਖਾਹਿਸ਼ ਖਤਮ ਹੋ ਜਾਵੇ
बादशाह अकबर और बीरबल शिकार पर गए हुए थे। उनके साथ कुछ सैनिक तथा सेवक भी थे। शिकार से लौटते समय एक गांव से गुजरते हुए बादशाह अकबर ने उस गांव के बारे में जानने की जिज्ञासा हुई। उन्होंने इस बारे में बीरबल से कहा तो उसने जवाब दिया—”हुजूर, मैं तो इस गांव के बारे में कुछ नहीं जानता, किंतु इसी गांव के किसी बाशिन्दे से पूछकर बताता हूं।”
बीरबल ने एक आदमी को बुलाकर पूछा—”क्यों भई, इस गांव में सब ठीक-ठाक तो है न?”
उस आदमी ने बादशाह को पहचान लिया और बोला—”हुजूर आपके राज में कोई कमी कैसे हो सकती है।”
“तुम्हारा नाम क्या है?” बादशाह ने पूछा।
“गंगा”
“तुम्हारे पिता का नाम?”
“जमुना”
“और मां का नाम सरस्वती है?”
“हुजूर, नर्मदा।”
यह सुनकर बीरबल ने चुटकी ली और बोला—”हुजूर तुरन्त पीछे हट जाइए। यदि आपके पास नाव हो तभी आगे बढ़ें वरना नदियों के इस गांव में तो डूब जाने का खतरा है।”
यह सुनकर बादशाह अकबर हंसे बगैर न रह सके।
कहते हैं कि दोस्ती का रिश्ता
बड़ा ही खूबसूरत होता है
अगर दोस्ती ही बेवफा हो जाये
तो यही रिश्ता सबसे बदसूरत होता है
दो दोस्त अगर बिछड़ जाये
तो ज़िन्दगी वीरान होती है
दोस्ती दो दिलों को जोड़ती है
वो बड़े से बड़े दुःख का असर तोड़ती है
दोस्तों हमेशा बांध कर रखना दोस्ती प्रेम की डोर से
क्योंकि दोस्ती के रिश्ते का कोई मोल नहीं होता है
अकेले में दोस्त ही काम आता है
ख़ुशी में भी दोस्ती के साथ हाथों में जाम आता है
दोस्त को कभी न खोना तुम
हमेशा दोस्त को दिल में बसाना तुम