
Hun ghadiyan te nazran rakhde haan..!!
Tere kadman di mitti nu sir mathe launa
Taan hi boohe ch khlo raahan takkde haan..!!
माना तुम्हे हर बार देखता हूं,
हर बार पहली बार देखता हूं,
देखता हूं तुम्हे जब जुल्फें संवरती हो तुम,
उन जुल्फों को आइना बनके हर बार देखता हूं,
आंखो में रातें और सुर्खी में ग़ुलाब जैसे,
मेरे हाथ खाली जाम तुम्हारे होंठो में शराब जैसे,
जैसे हर बार तुम्हारा वो ख़्वाब देखता हूं,
तुम्हारे हाथों में मेरा दिया वो ग़ुलाब देखता हूं,
वक्त हो तो आना कभी इक हसरत बाकी है,
तुम्हे हर बार की तरह पहली बार देखना बाकी है...
Apni izzat ke khatir to marte sabhi hain
Aabroo auron ka bhi dhako to ascha rahega
Zubaan se hi byan ho har baat, kisne kaha hai
Khamosh nazro ko bhi padho to ascha rahega💯
अपनी इज़्ज़त के ख़ातिर तो मरते सभी हैं,
आबरू औरों का भी ढको तो अच्छा रहेगा।
ज़ुबाँ से ही बयाँ हो हर बात, किसने कहा है,
ख़ामोश नज़रों को भी पढ़ो तो अच्छा रहेगा।💯